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ِۨالَّذِيْ جَعَلَ لَكُمْ مِّنَ الشَّجَرِ الْاَخْضَرِ نَارًاۙ فَاِذَآ اَنْتُمْ مِّنْهُ تُوْقِدُوْنَ   ( يس: ٨٠ )

The One Who
ٱلَّذِى
वो जिसने
made
جَعَلَ
बनाया
for you
لَكُم
तुम्हारे लिए
from
مِّنَ
सरसबज़ दरख़्त से
the tree
ٱلشَّجَرِ
सरसबज़ दरख़्त से
[the] green
ٱلْأَخْضَرِ
सरसबज़ दरख़्त से
fire
نَارًا
आग को
and behold!
فَإِذَآ
तो यकायक
You
أَنتُم
तुम
from it
مِّنْهُ
उससे
ignite
تُوقِدُونَ
तुम आग जलाते हो

Allathee ja'ala lakum mina alshshajari alakhdari naran faitha antum minhu tooqidoona (Yāʾ Sīn 36:80)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वही है जिसने तुम्हारे लिए हरे-भरे वृक्ष से आग पैदा कर दी। तो लगे हो तुम उससे जलाने।'

English Sahih:

[It is] He who made for you from the green tree, fire, and then from it you ignite. ([36] Ya-Sin : 80)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और वह हर तरह की पैदाइश से वाक़िफ है जिसने तुम्हारे वास्ते (मिर्ख़ और अफ़ार के) हरे दरख्त से आग पैदा कर दी फिर तुम उससे (और) आग सुलगा लेते हो