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فَاِذَا نَزَلَ بِسَاحَتِهِمْ فَسَاۤءَ صَبَاحُ الْمُنْذَرِيْنَ  ( الصافات: ١٧٧ )

But when
فَإِذَا
फिर जब
it descends
نَزَلَ
वो उतरेगा
in their territory
بِسَاحَتِهِمْ
उनके सहन में
then evil (will be)
فَسَآءَ
तो बहुत बुरी होगी
(the) morning
صَبَاحُ
सुबह
(for) those who were warned
ٱلْمُنذَرِينَ
डराए जाने वालों की

Faitha nazala bisahatihim fasaa sabahu almunthareena (aṣ-Ṣāffāt 37:177)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तो जब वह उनके आँगन में उतरेगी तो बड़ी ही बुरी सुबह होगी उन लोगों की, जिन्हें सचेत किया जा चुका है!

English Sahih:

But when it descends in their territory, then evil is the morning of those who were warned. ([37] As-Saffat : 177)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर जब (अज़ाब) उनकी अंगनाई में उतर पडेग़ा तो जो लोग डराए जा चुके हैं उनकी भी क्या बुरी सुबह होगी