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اَفَمَنْ حَقَّ عَلَيْهِ كَلِمَةُ الْعَذَابِۗ اَفَاَنْتَ تُنْقِذُ مَنْ فِى النَّارِ ۚ  ( الزمر: ١٩ )

Then is (one) who
أَفَمَنْ
क्या भला जो
became due
حَقَّ
साबित हो गई
on him
عَلَيْهِ
उस पर
the word
كَلِمَةُ
बात
(of) the punishment?
ٱلْعَذَابِ
अज़ाब की
Then can you
أَفَأَنتَ
क्या भला आप
save
تُنقِذُ
आप बचाऐंगे
(one) who
مَن
उसे जो
(is) in
فِى
आग में है
the Fire?
ٱلنَّارِ
आग में है

Afaman haqqa 'alayhi kalimatu al'athabi afaanta tunqithu man fee alnnari (az-Zumar 39:19)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तो क्या वह व्यक्ति जिसपर यातना की बात सत्यापित हो चुकी है (यातना से बच सकता है)? तो क्या तुम छुड़ा लोगे उसको जो आग में है

English Sahih:

Then, is one who has deserved the decree of punishment [to be guided]? Then, can you save one who is in the Fire? ([39] Az-Zumar : 19)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो (ऐ रसूल) भला जिस शख्स पर अज़ाब का वायदा पूरा हो चुका हो तो क्या तुम उस शख्स की ख़लासी दे सकते हो