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اَللّٰهُ لَطِيْفٌۢ بِعِبَادِهٖ يَرْزُقُ مَنْ يَّشَاۤءُ ۚوَهُوَ الْقَوِيُّ الْعَزِيْزُ ࣖ   ( الشورى: ١٩ )

Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
(is) Subtle
لَطِيفٌۢ
बहुत महरबान है
with His slaves;
بِعِبَادِهِۦ
अपने बन्दों पर
He gives provision
يَرْزُقُ
वो रिज़्क़ देता है
(to) whom
مَن
जिसे
He wills
يَشَآءُۖ
वो चाहता है
And He
وَهُوَ
और वो
(is) the All-Strong
ٱلْقَوِىُّ
बहुत क़ुव्वत वाला है
the All-Mighty
ٱلْعَزِيزُ
ख़ूब ग़लबे वाला है

Allahu lateefun bi'ibadihi yarzuqu man yashao wahuwa alqawiyyu al'azeezu (aš-Šūrā 42:19)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अल्लाह अपने बन्दों पर अत्यन्त दयालु है। वह जिसे चाहता है रोज़ी देता है। वह शक्तिमान, अत्यन्त प्रभुत्वशाली है

English Sahih:

Allah is Subtle with His servants; He gives provision to whom He wills. And He is the Powerful, the Exalted in Might. ([42] Ash-Shuraa : 19)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ख़ुदा अपने बन्दों (के हाल) पर बड़ा मेहरबान है जिसको (जितनी) रोज़ी चाहता है देता है वह ज़ोर वाला ज़बरदस्त है