وَالَّذِيْنَ اِذَآ اَصَابَهُمُ الْبَغْيُ هُمْ يَنْتَصِرُوْنَ ( الشورى: ٣٩ )
And those who
وَٱلَّذِينَ
और वो जो
when
إِذَآ
जब
strikes them
أَصَابَهُمُ
पहुँचती है उन्हें
tyranny
ٱلْبَغْىُ
कोई ज़्यादती
they
هُمْ
वो
defend themselves
يَنتَصِرُونَ
वो बदला लेते है
Waallatheena itha asabahumu albaghyu hum yantasiroona (aš-Šūrā 42:39)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और जो ऐसे है कि जब उनपर ज़्यादती होती है तो वे प्रतिशोध करते है
English Sahih:
And those who, when tyranny strikes them, they retaliate [in a just manner]. ([42] Ash-Shuraa : 39)