فَاسْتَمْسِكْ بِالَّذِيْٓ اُوْحِيَ اِلَيْكَ ۚاِنَّكَ عَلٰى صِرَاطٍ مُّسْتَقِيْمٍ ( الزخرف: ٤٣ )
So hold fast
فَٱسْتَمْسِكْ
पस मज़बूत थाम लीजिए
to that which
بِٱلَّذِىٓ
उसे जो
is revealed
أُوحِىَ
वही की जाती है
to you
إِلَيْكَۖ
तरफ़ आपके
Indeed you
إِنَّكَ
बेशक आप
(are) on
عَلَىٰ
रास्ते पर हैं
a Path
صِرَٰطٍ
रास्ते पर हैं
Straight
مُّسْتَقِيمٍ
सीधे
Faistamsik biallathee oohiya ilayka innaka 'ala siratin mustaqeemin (az-Zukhruf 43:43)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अतः तुम उस चीज़ को मज़बूती से थामे रहो जिसकी तुम्हारी ओर प्रकाशना की गई। निश्चय ही तु सीधे मार्ग पर हो
English Sahih:
So adhere to that which is revealed to you. Indeed, you are on a straight path. ([43] Az-Zukhruf : 43)