وَلَوْ نَشَاۤءُ لَجَعَلْنَا مِنْكُمْ مَّلٰۤىِٕكَةً فِى الْاَرْضِ يَخْلُفُوْنَ ( الزخرف: ٦٠ )
And if
وَلَوْ
और अगर
We willed
نَشَآءُ
हम चाहते
surely We (could have) made
لَجَعَلْنَا
अलबत्ता बना देते हम
among you
مِنكُم
तुम्हारी जगह
Angels
مَّلَٰٓئِكَةً
फ़रिश्ते
in
فِى
जो ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
जो ज़मीन में
succeeding
يَخْلُفُونَ
वो जानशीन होते
Walaw nashao laja'alna minkum malaikatan fee alardi yakhlufoona (az-Zukhruf 43:60)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और यदि हम चाहते हो तुममें से फ़रिश्ते पैदा कर देते, जो धरती में उत्ताराधिकारी होते
English Sahih:
And if We willed, We could have made [instead] of you angels succeeding [one another] on the earth. ([43] Az-Zukhruf : 60)