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فَذَرْهُمْ يَخُوْضُوْا وَيَلْعَبُوْا حَتّٰى يُلٰقُوْا يَوْمَهُمُ الَّذِيْ يُوْعَدُوْنَ  ( الزخرف: ٨٣ )

So leave them
فَذَرْهُمْ
तो छोड़ दीजिए उन्हें
(to) converse vainly
يَخُوضُوا۟
वो बहस करते रहें
and play
وَيَلْعَبُوا۟
और खेलते रहें
until
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
they meet
يُلَٰقُوا۟
वो जा मिलें
their Day
يَوْمَهُمُ
अपने उस दिन से
which
ٱلَّذِى
जिसका
they are promised
يُوعَدُونَ
वो वादा किए जाते हैं

Fatharhum yakhoodoo wayal'aboo hatta yulaqoo yawmahumu allathee yoo'adoona (az-Zukhruf 43:83)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अच्छा, छोड़ो उन्हें कि वे व्यर्थ की बहस में पड़े रहे और खेलों में लगे रहें। यहाँ तक कि उनकी भेंट अपने उस दिन से हो जिसका वादा उनसे किया जाता है

English Sahih:

So leave them to converse vainly and amuse themselves until they meet their Day which they are promised. ([43] Az-Zukhruf : 83)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो तुम उन्हें छोड़ दो कि पड़े बक बक करते और खेलते रहते हैं यहाँ तक कि जिस दिन का उनसे वायदा किया जाता है