ذٰلِكَ بِاَنَّ الَّذِيْنَ كَفَرُوا اتَّبَعُوا الْبَاطِلَ وَاَنَّ الَّذِيْنَ اٰمَنُوا اتَّبَعُوا الْحَقَّ مِنْ رَّبِّهِمْ ۗ كَذٰلِكَ يَضْرِبُ اللّٰهُ لِلنَّاسِ اَمْثَالَهُمْ ( محمد: ٣ )
That
ذَٰلِكَ
ये
(is) because
بِأَنَّ
बवजह इसके कि
those who
ٱلَّذِينَ
वो जिन्होंने
disbelieve
كَفَرُوا۟
कुफ़्र किया
follow
ٱتَّبَعُوا۟
उन्होंने पैरवी की
falsehood
ٱلْبَٰطِلَ
बातिल की
and because
وَأَنَّ
और ये कि
those who
ٱلَّذِينَ
वो लोग जो
believe
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
follow
ٱتَّبَعُوا۟
उन्होंने पैरवी की
(the) truth
ٱلْحَقَّ
हक़ की
from
مِن
अपने रब की तरफ़ से
their Lord
رَّبِّهِمْۚ
अपने रब की तरफ़ से
Thus
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
Allah presents
يَضْرِبُ
बयान करता है
Allah presents
ٱللَّهُ
अल्लाह
to the people
لِلنَّاسِ
लोगों के लिए
their similitudes
أَمْثَٰلَهُمْ
मिसालें उनकी
Thalika bianna allatheena kafaroo ittaba'oo albatila waanna allatheena amanoo ittaba'oo alhaqqa min rabbihim kathalika yadribu Allahu lilnnasi amthalahum (Muḥammad 47:3)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यह इसलिए कि जिन लोगों ने इनकार किया उन्होंने असत्य का अनुसरण किया और यह कि जो लोग ईमान लाए उन्होंने सत्य का अनुसरण किया, जो उनके रब की ओर से है। इस प्रकार अल्लाह लोगों के लिए उनकी मिसालें बयान करता है
English Sahih:
That is because those who disbelieve follow falsehood, and those who believe follow the truth from their Lord. Thus does Allah present to the people their comparisons. ([47] Muhammad : 3)