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وَّيُعَذِّبَ الْمُنٰفِقِيْنَ وَالْمُنٰفِقٰتِ وَالْمُشْرِكِيْنَ وَالْمُشْرِكٰتِ الظَّاۤنِّيْنَ بِاللّٰهِ ظَنَّ السَّوْءِۗ عَلَيْهِمْ دَاۤىِٕرَةُ السَّوْءِۚ وَغَضِبَ اللّٰهُ عَلَيْهِمْ وَلَعَنَهُمْ وَاَعَدَّ لَهُمْ جَهَنَّمَۗ وَسَاۤءَتْ مَصِيْرًا   ( الفتح: ٦ )

And He (may) punish
وَيُعَذِّبَ
और वो अज़ाब दे
the hypocrite men
ٱلْمُنَٰفِقِينَ
मुनाफ़िक़ मर्दों
and the hypocrite women
وَٱلْمُنَٰفِقَٰتِ
और मुनाफ़िक़ औरतों को
and the polytheist men
وَٱلْمُشْرِكِينَ
और मुशरिक मर्दों
and the polytheist women
وَٱلْمُشْرِكَٰتِ
और मुशरिक औरतों को
who assume
ٱلظَّآنِّينَ
जो गुमान करने वाले हैं
about Allah
بِٱللَّهِ
अल्लाह के बारे में
an assumption
ظَنَّ
गुमान
evil
ٱلسَّوْءِۚ
बुरा
Upon them
عَلَيْهِمْ
उन्हीं पर है
(is) a turn
دَآئِرَةُ
गर्दिश
(of) evil
ٱلسَّوْءِۖ
बुरी
and Allah's wrath (is)
وَغَضِبَ
और ग़ज़बनाक हुआ
and Allah's wrath (is)
ٱللَّهُ
अल्लाह
upon them
عَلَيْهِمْ
उन पर
and He has cursed them
وَلَعَنَهُمْ
और उसने लानत की उन पर
and prepared
وَأَعَدَّ
और उसने तैयार कर रखा है
for them
لَهُمْ
उनके लिए
Hell
جَهَنَّمَۖ
जहन्नम को
and evil
وَسَآءَتْ
और वो बहुत ही बुरा
(is the) destination
مَصِيرًا
ठिकाना है

Wayu'aththiba almunafiqeena waalmunafiqati waalmushrikeena waalmushrikati alththanneena biAllahi thanna alssawi 'alayhim dairatu alssawi waghadiba Allahu 'alayhim wala'anahum waa'adda lahum jahannama wasaat maseeran (al-Fatḥ 48:6)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और कपटाचारी पुरुषों और कपटाचारी स्त्रियों और बहुदेववादी पुरुषों और बहुदेववादी स्त्रियों को, जो अल्लाह के बारे में बुरा गुमान रखते है, यातना दे। उन्हीं पर बुराई की गर्दिश है। उनपर अल्लाह का क्रोध हुआ और उसने उनपर लानत की, और उसने उनके लिए जहन्नम तैयार कर रखा है, और वह अत्यन्त बुरा ठिकाना है!

English Sahih:

And [that] He may punish the hypocrite men and hypocrite women, and the polytheist men and polytheist women – those who assume about Allah an assumption of evil nature. Upon them is a misfortune of evil nature; and Allah has become angry with them and has cursed them and prepared for them Hell, and evil it is as a destination. ([48] Al-Fath : 6)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और मुनाफिक़ मर्द और मुनाफ़िक़ औरतों और मुशरिक मर्द और मुशरिक औरतों पर जो ख़ुदा के हक़ में बुरे बुरे ख्याल रखते हैं अज़ाब नाज़िल करे उन पर (मुसीबत की) बड़ी गर्दिश है (और ख़ुदा) उन पर ग़ज़बनाक है और उसने उस पर लानत की है और उनके लिए जहन्नुम को तैयार कर रखा है और वह (क्या) बुरी जगह है