Skip to main content

فَاَخَذْنٰهُ وَجُنُوْدَهٗ فَنَبَذْنٰهُمْ فِى الْيَمِّ وَهُوَ مُلِيْمٌۗ   ( الذاريات: ٤٠ )

So We took him
فَأَخَذْنَٰهُ
तो पकड़ लिया हमने उसे
and his hosts
وَجُنُودَهُۥ
और उसके लश्करों को
and threw them
فَنَبَذْنَٰهُمْ
तो फ़ेंक दिया हमने उन्हें
into
فِى
समुन्दर में
the sea
ٱلْيَمِّ
समुन्दर में
while he
وَهُوَ
और वो
(was) blameworthy
مُلِيمٌ
मलामत ज़दा था

Faakhathnahu wajunoodahu fanabathnahum fee alyammi wahuwa muleemun (aḏ-Ḏāriyāt 51:40)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अन्ततः हमने उसे और उसकी सेनाओं को पकड़ लिया और उन्हें गहरे पानी में फेंक दिया, इस दशा में कि वह निन्दनीय था

English Sahih:

So We took him and his soldiers and cast them into the sea, and he was blameworthy. ([51] Adh-Dhariyat : 40)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो हमने उसको और उसके लशकर को ले डाला फिर उन सबको दरिया में पटक दिया