وَمِنَ الَّيْلِ فَسَبِّحْهُ وَاِدْبَارَ النُّجُوْمِ ࣖ ( الطور: ٤٩ )
And of
وَمِنَ
और रात को
the night
ٱلَّيْلِ
और रात को
glorify Him
فَسَبِّحْهُ
पस तस्बीह कीजिए उसकी
and after
وَإِدْبَٰرَ
और पलटने के बाद
the stars
ٱلنُّجُومِ
सितारों के
Wamina allayli fasabbihhu waidbara alnnujoomi (aṭ-Ṭūr 52:49)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
रात की कुछ घड़ियों में भी उसकी तसबीह करो, और सितारों के पीठ फेरने के समय (प्रातःकाल) भी
English Sahih:
And in a part of the night exalt Him and after [the setting of] the stars. ([52] At-Tur : 49)