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وَتَجْعَلُوْنَ رِزْقَكُمْ اَنَّكُمْ تُكَذِّبُوْنَ   ( الواقعة: ٨٢ )

And you make
وَتَجْعَلُونَ
और तुम बनाते हो
your provision
رِزْقَكُمْ
हिस्सा अपना
that you
أَنَّكُمْ
ये कि तुम
deny
تُكَذِّبُونَ
तुम झुठलाते हो

Wataj'aloona rizqakum annakum tukaththiboona (al-Wāqiʿah 56:82)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और तुम इसको अपनी वृत्ति बना रहे हो कि झुठलाते हो?

English Sahih:

And make [the thanks for] your provision that you deny [the Provider]? ([56] Al-Waqi'ah : 82)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुमने अपनी रोज़ी ये करार दे ली है कि (उसको) झुठलाते हो