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فَلَوْلَآ اِذْ جَاۤءَهُمْ بَأْسُنَا تَضَرَّعُوْا وَلٰكِنْ قَسَتْ قُلُوْبُهُمْ وَزَيَّنَ لَهُمُ الشَّيْطٰنُ مَا كَانُوْا يَعْمَلُوْنَ   ( الأنعام: ٤٣ )

Then why not
فَلَوْلَآ
फिर क्यूँ ना
when
إِذْ
जब
came to them
جَآءَهُم
आया उनके पास
Our punishment
بَأْسُنَا
अज़ाब हमारा
they humbled themselves?
تَضَرَّعُوا۟
उन्होंने आजिज़ी की
But
وَلَٰكِن
और लेकिन
became hardened
قَسَتْ
सख़्त हो गए
their hearts
قُلُوبُهُمْ
दिल उनके
and made fair-seeming
وَزَيَّنَ
और मुज़य्यन कर दिया
to them
لَهُمُ
उनके लिए
the Shaitaan
ٱلشَّيْطَٰنُ
शैतान ने
what
مَا
जो
they used to
كَانُوا۟
थे वो
do
يَعْمَلُونَ
वो अमल करते

Falawla ith jaahum basuna tadarra'oo walakin qasat quloobuhum wazayyana lahumu alshshaytanu ma kanoo ya'maloona (al-ʾAnʿām 6:43)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

जब हमारी ओर से उनपर सख्ती आई तो फिर क्यों न विनम्र हुए? परन्तु उनके हृदय तो कठोर हो गए थे और जो कुछ वे करते थे शैतान ने उसे उनके लिए मोहक बना दिया

English Sahih:

Then why, when Our punishment came to them, did they not humble themselves? But their hearts became hardened, and Satan made attractive to them that which they were doing. ([6] Al-An'am : 43)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तकलीफ़ में गिरफ्तार किया ताकि वह लोग (हमारी बारगाह में) गिड़गिड़ाए तो जब उन (के सर) पर हमारा अज़ाब आ खड़ा हुआ तो वह लोग क्यों नहीं गिड़गिड़ाए (कि हम अज़ाब दफा कर देते) मगर उनके दिल तो सख्त हो गए थे ओर उनकी कारस्तानियों को शैतान ने आरास्ता कर दिखाया था (फिर क्योंकर गिड़गिड़ाते)