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اَلَمْ يَرَوْا كَمْ اَهْلَكْنَا مِنْ قَبْلِهِمْ مِّنْ قَرْنٍ مَّكَّنّٰهُمْ فِى الْاَرْضِ مَا لَمْ نُمَكِّنْ لَّكُمْ وَاَرْسَلْنَا السَّمَاۤءَ عَلَيْهِمْ مِّدْرَارًا ۖوَّجَعَلْنَا الْاَنْهٰرَ تَجْرِيْ مِنْ تَحْتِهِمْ فَاَهْلَكْنٰهُمْ بِذُنُوْبِهِمْ وَاَنْشَأْنَا مِنْۢ بَعْدِهِمْ قَرْنًا اٰخَرِيْنَ  ( الأنعام: ٦ )

Did not
أَلَمْ
क्या नहीं
they see
يَرَوْا۟
उन्होंने देखा
how many
كَمْ
कितनी ही
We destroyed
أَهْلَكْنَا
हलाक कर दीं हमने
from
مِن
उनसे पहले
before them
قَبْلِهِم
उनसे पहले
of
مِّن
क़ौमें
generations
قَرْنٍ
क़ौमें
We had established them
مَّكَّنَّٰهُمْ
क़ुदरत दी थी हम ने उन्हें
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
what
مَا
वो जो
not
لَمْ
नहीं
We (have) established
نُمَكِّن
हमने क़ुदरत दी
for you?
لَّكُمْ
तुम्हें
And We sent
وَأَرْسَلْنَا
और भेजा हमने
(rain from) the sky
ٱلسَّمَآءَ
आसमान को
upon them
عَلَيْهِم
उन पर
showering abundantly
مِّدْرَارًا
बहुत बरसने वाला
and We made
وَجَعَلْنَا
और बनाईं हमने
the rivers
ٱلْأَنْهَٰرَ
नहरें
flow
تَجْرِى
जो बहती थीं
from
مِن
उनके नीचे से
underneath them
تَحْتِهِمْ
उनके नीचे से
Then We destroyed them
فَأَهْلَكْنَٰهُم
पस हलाक कर दिया हमने उन्हें
for their sins
بِذُنُوبِهِمْ
बवजह उनके गुनाहों के
and We raised
وَأَنشَأْنَا
और उठाईं हमने
from
مِنۢ
बाद उनके
after them
بَعْدِهِمْ
बाद उनके
generations
قَرْنًا
क़ौमें
other
ءَاخَرِينَ
दूसरी

Alam yaraw kam ahlakna min qablihim min qarnin makkannahum fee alardi ma lam numakkin lakum waarsalna alssamaa 'alayhim midraran waja'alna alanhara tajree min tahtihim faahlaknahum bithunoobihim waanshana min ba'dihim qarnan akhareena (al-ʾAnʿām 6:6)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

क्या उन्होंने नहीं देखा कि उनसे पहले कितने ही गिरोहों को हम विनष्ट कर चुके है। उन्हें हमने धरती में ऐसा जमाव प्रदान किया था, जो तुम्हें नहीं प्रदान किया। और उनपर हमने आकाश को ख़ूब बरसता छोड़ दिया और उनके नीचे नहरें बहाई। फिर हमने आकाश को ख़ूब बरसता छोड़ दिया और उनके नीचे नहरें बहाई। फिर हमने उन्हें उनके गुनाहों के कारण विनष्ट़ कर दिया और उनके पश्चात दूसरे गिरोहों को उठाया

English Sahih:

Have they not seen how many generations We destroyed before them which We had established upon the earth as We have not established you? And We sent [rain from] the sky upon them in showers and made rivers flow beneath them; then We destroyed them for their sins and brought forth after them a generation of others. ([6] Al-An'am : 6)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

क्या उन्हें सूझता नहीं कि हमने उनसे पहले कितने गिरोह (के गिरोह) हलाक कर डाले जिनको हमने रुए ज़मीन मे वह (कूवत) क़ुदरत अता की थी जो अभी तक तुमको नहीं दी और हमने आसमान तो उन पर मूसलाधार पानी बरसता छोड़ दिया था और उनके (मकानात के) नीचे बहती हुई नहरें बना दी थी (मगर) फिर भी उनके गुनाहों की वजह से उनको मार डाला और उनके बाद एक दूसरे गिरोह को पैदा कर दिया