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اُولٰۤىِٕكَ الَّذِيْنَ اٰتَيْنٰهُمُ الْكِتٰبَ وَالْحُكْمَ وَالنُّبُوَّةَ ۚفَاِنْ يَّكْفُرْ بِهَا هٰٓؤُلَاۤءِ فَقَدْ وَكَّلْنَا بِهَا قَوْمًا لَّيْسُوْا بِهَا بِكٰفِرِيْنَ   ( الأنعام: ٨٩ )

Those -
أُو۟لَٰٓئِكَ
यही लोग हैं
(are) ones whom
ٱلَّذِينَ
वो जो
We gave them
ءَاتَيْنَٰهُمُ
दी हमने उन्हें
the Book
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
and the judgment
وَٱلْحُكْمَ
और हिकमत
and the Prophethood
وَٱلنُّبُوَّةَۚ
और नबुव्वत
But if
فَإِن
फिर अगर
disbelieve
يَكْفُرْ
कुफ़्र करते हैं
in it
بِهَا
उसका
these
هَٰٓؤُلَآءِ
ये लोग
then indeed
فَقَدْ
तो तहक़ीक़
We have entrusted
وَكَّلْنَا
मुक़र्रर कर दिया हमने
it
بِهَا
साथ उसके
(to) a people
قَوْمًا
एक क़ौम को
who are not
لَّيْسُوا۟
नहीं हैं वो
therein
بِهَا
उसका
disbelievers
بِكَٰفِرِينَ
इन्कार करने वाले

Olaika allatheena ataynahumu alkitaba waalhukma waalnnubuwwata fain yakfur biha haolai faqad wakkalna biha qawman laysoo biha bikafireena (al-ʾAnʿām 6:89)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

वे ऐसे लोग है जिन्हें हमने किताब और निर्णय-शक्ति और पैग़म्बरी प्रदान की थी (उसी प्रकार हमने मुहम्मद को भी किताब, निर्णय-शक्ति और पैग़म्बरी दी है) । फिर यदि ये लोग इसे मारने से इनकार करें, तो अब हमने इसको ऐसे लोगों को सौंपा है जो इसका इनकार नहीं करते

English Sahih:

Those are the ones to whom We gave the Scripture and authority and prophethood. But if they [i.e., the disbelievers] deny it, then We have entrusted it to a people who are not therein disbelievers. ([6] Al-An'am : 89)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(पैग़म्बर) वह लोग थे जिनको हमने (आसमानी) किताब और हुकूमत और नुबूवत अता फरमाई पस अगर ये लोग उसे भी न माने तो (कुछ परवाह नहीं) हमने तो उस पर ऐसे लोगों को मुक़र्रर कर दिया हे जो (उनकी तरह) इन्कार करने वाले नहीं