وَلَا يَتَمَنَّوْنَهٗٓ اَبَدًاۢ بِمَا قَدَّمَتْ اَيْدِيْهِمْۗ وَاللّٰهُ عَلِيْمٌۢ بِالظّٰلِمِيْنَ ( الجمعة: ٧ )
But not
وَلَا
और नहीं
they will wish for it
يَتَمَنَّوْنَهُۥٓ
वो तमन्ना करेंगे उसकी
ever
أَبَدًۢا
कभी भी
for what
بِمَا
बवजह उसके जो
have sent forth
قَدَّمَتْ
आगे भेजा
their hands
أَيْدِيهِمْۚ
उनके हाथों ने
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is) All-Knowing
عَلِيمٌۢ
ख़ूब जानने वाला है
of the wrongdoers
بِٱلظَّٰلِمِينَ
ज़ालिमों को
Wala yatamannawnahu abadan bima qaddamat aydeehim waAllahu 'aleemun bialththalimeena (al-Jumuʿah 62:7)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
किन्तु वे कभी भी उसकी कामना करेंगे, उस (कर्म) के कारण जो उनके हाथों ने आगे भेजा है। अल्लाह ज़ालिमों को भली-भाँति जानता है
English Sahih:
But they will not wish for it, ever, because of what their hands have put forth. And Allah is Knowing of the wrongdoers. ([62] Al-Jumu'ah : 7)