Skip to main content

وَالْوَزْنُ يَوْمَىِٕذِ ِۨالْحَقُّۚ فَمَنْ ثَقُلَتْ مَوَازِيْنُهٗ فَاُولٰۤىِٕكَ هُمُ الْمُفْلِحُوْنَ   ( الأعراف: ٨ )

And the weighing
وَٱلْوَزْنُ
और वज़न
that day
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
(will be) the truth
ٱلْحَقُّۚ
हक़ होगा
So whose -
فَمَن
तो जो कोई
(will be) heavy
ثَقُلَتْ
भारी हुए
his scales
مَوَٰزِينُهُۥ
मीज़ान/तराज़ू उसके
then those
فَأُو۟لَٰٓئِكَ
तो यही लोग हैं
[they]
هُمُ
वो
(will be) the successful ones
ٱلْمُفْلِحُونَ
जो फ़लाह पाने वाले हैं

Waalwaznu yawmaithini alhaqqu faman thaqulat mawazeenuhu faolaika humu almuflihoona (al-ʾAʿrāf 7:8)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और बिल्कुल पक्का-सच्चा वज़न उसी दिन होगा। अतः जिनके कर्म वज़न में भारी होंगे, वही सफलता प्राप्त करेंगे

English Sahih:

And the weighing [of deeds] that Day will be the truth. So those whose scales are heavy – it is they who will be the successful. ([7] Al-A'raf : 8)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और हम कुछ ग़ायब तो थे नहीं और उस दिन (आमाल का) तौला जाना बिल्कुल ठीक है फिर तो जिनके (नेक अमाल के) पल्ले भारी होगें तो वही लोग फायज़ुलहराम (नजात पाये हुए) होगें