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اَوْ زِدْ عَلَيْهِ وَرَتِّلِ الْقُرْاٰنَ تَرْتِيْلًاۗ  ( المزمل: ٤ )

Or
أَوْ
या
add
زِدْ
ज़्यादा बढ़ा दीजिए
to it
عَلَيْهِ
उस पर
and recite
وَرَتِّلِ
और ठहर-ठहर कर पढ़िए
the Quran
ٱلْقُرْءَانَ
क़ुरआन को
(with) measured rhythmic recitation
تَرْتِيلًا
ठहर-ठहर कर पढ़ना

Aw zid 'alayhi warattili alqurana tarteelan (al-Muzzammil 73:4)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

या उससे कुछ थोड़ा कम कर लो या उससे कुछ अधिक बढ़ा लो और क़ुरआन को भली-भाँति ठहर-ठहरकर पढ़ो। -

English Sahih:

Or add to it, and recite the Quran with measured recitation. ([73] Al-Muzzammil : 4)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और क़ुरान को बाक़ायदा ठहर ठहर कर पढ़ा करो