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اِنَّآ اَعْتَدْنَا لِلْكٰفِرِيْنَ سَلٰسِلَا۟ وَاَغْلٰلًا وَّسَعِيْرًا   ( الانسان: ٤ )

Indeed We
إِنَّآ
बेशक हम
[We] have prepared
أَعْتَدْنَا
तैयार कर रखा है हमने
for the disbelievers
لِلْكَٰفِرِينَ
काफ़िरों के लिए
chains
سَلَٰسِلَا۟
ज़नजीरों को
and shackles
وَأَغْلَٰلًا
और तौक़ को
and a Blazing Fire
وَسَعِيرًا
और भड़कती आग को

Inna a'tadna lilkafireena salasila waaghlalan wasa'eeran (al-ʾInsān 76:4)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

हमने इनकार करनेवालों के लिए ज़जीरें और तौक़ और भड़कती हुई आग तैयार कर रखी है

English Sahih:

Indeed, We have prepared for the disbelievers chains and shackles and a blaze. ([76] Al-Insan : 4)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

हमने काफ़िरों के ज़ंजीरे, तौक और दहकती हुई आग तैयार कर रखी है