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وَّسُيِّرَتِ الْجِبَالُ فَكَانَتْ سَرَابًاۗ  ( النبإ: ٢٠ )

And are moved
وَسُيِّرَتِ
और चला दिए जाऐंगे
the mountains
ٱلْجِبَالُ
पहाड़
and become
فَكَانَتْ
तो वो हो जाऐंगे
a mirage
سَرَابًا
सराब

Wasuyyirati aljibalu fakanat saraban (an-Nabaʾ 78:20)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और पहाड़ चलाए जाएँगे, तो वे बिल्कुल मरीचिका होकर रह जाएँगे

English Sahih:

And the mountains are removed and will be [but] a mirage. ([78] An-Naba : 20)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो (उसमें) दरवाज़े हो जाएँगे और पहाड़ (अपनी जगह से) चलाए जाएँगे तो रेत होकर रह जाएँगे