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وَلَقَدْ اَهْلَكْنَا الْقُرُوْنَ مِنْ قَبْلِكُمْ لَمَّا ظَلَمُوْاۙ وَجَاۤءَتْهُمْ رُسُلُهُمْ بِالْبَيِّنٰتِ وَمَا كَانُوْا لِيُؤْمِنُوْا ۗ كَذٰلِكَ نَجْزِى الْقَوْمَ الْمُجْرِمِيْنَ   ( يونس: ١٣ )

And verily
وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
We destroyed
أَهْلَكْنَا
हलाक किया हमने
the generations
ٱلْقُرُونَ
उम्मतों को
before you
مِن
तुमसे पहले
before you
قَبْلِكُمْ
तुमसे पहले
when
لَمَّا
जब
they wronged
ظَلَمُوا۟ۙ
उन्होंने ज़ुल्म किया
and came to them
وَجَآءَتْهُمْ
और आए उनके पास
their Messengers
رُسُلُهُم
रसूल उनके
with clear proofs
بِٱلْبَيِّنَٰتِ
साथ वाज़ेह निशानियों के
but not
وَمَا
और ना
they were
كَانُوا۟
थे वो
to believe
لِيُؤْمِنُوا۟ۚ
कि वो ईमान ले आते
Thus
كَذَٰلِكَ
इसी तरह
We recompense
نَجْزِى
हम बदला देते हैं
the people
ٱلْقَوْمَ
उन लोगों को
(who are) criminals
ٱلْمُجْرِمِينَ
जो मुजरिम हैं

Walaqad ahlakna alquroona min qablikum lamma thalamoo wajaathum rusuluhum bialbayyinati wama kanoo liyuminoo kathalika najzee alqawma almujrimeena (al-Yūnus 10:13)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

तुमसे पहले कितनी ही नस्लों को, जब उन्होंने अत्याचार किया, हम विनष्ट कर चुके है, हालाँकि उनके रसूल उनके पास खुली निशानियाँ लेकर आए थे। किन्तु वे ऐसे न थे कि उन्हें मानते। अपराधी लोगों को हम इसी प्रकार बदला दिया करते है

English Sahih:

And We had already destroyed generations before you when they wronged, and their messengers had come to them with clear proofs, but they were not to believe. Thus do We recompense the criminal people. ([10] Yunus : 13)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और तुमसे पहली उम्मत वालों को जब उन्होंने शरारत की तो हम ने उन्हें ज़रुर हलाक कर डाला हालॉकि उनके (वक्त क़े) रसूल वाजेए व रौशन मोज़िज़ात लेकर आ चुके थे और वह लोग ईमान (न लाना था) न लाए हम गुनेहगार लोगों की यूँ ही सज़ा किया करते हैं