ذٰلِكَ مِنْ اَنْۢبَاۤءِ الْقُرٰى نَقُصُّهٗ عَلَيْكَ مِنْهَا قَاۤىِٕمٌ وَّحَصِيْدٌ ( هود: ١٠٠ )
That
ذَٰلِكَ
ये
(is) from
مِنْ
कुछ ख़बरें हैं
(the) news
أَنۢبَآءِ
कुछ ख़बरें हैं
(of) the cities
ٱلْقُرَىٰ
बस्तियों की
(which) We relate
نَقُصُّهُۥ
हम बयान करते हैं उन्हें
to you;
عَلَيْكَۖ
आप पर
of them
مِنْهَا
उनमें से
some are standing
قَآئِمٌ
कुछ क़ायम हैं
and (some) mown
وَحَصِيدٌ
और कुछ जड़ से कट चुकी हैं
Thalika min anbai alqura naqussuhu 'alayka minha qaimun wahaseedun (Hūd 11:100)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
ये बस्तियों के कुछ वृत्तान्त हैं, जो हम तुम्हें सुना रहे है। इनमें कुछ तो खड़ी है और कुछ की फ़सल कट चुकी है
English Sahih:
That is from the news of the cities, which We relate to you; of them, some are [still] standing and some are [as] a harvest [mowed down]. ([11] Hud : 100)