فَاَسْرِ بِاَهْلِكَ بِقِطْعٍ مِّنَ الَّيْلِ وَاتَّبِعْ اَدْبَارَهُمْ وَلَا يَلْتَفِتْ مِنْكُمْ اَحَدٌ وَّامْضُوْا حَيْثُ تُؤْمَرُوْنَ ( الحجر: ٦٥ )
So travel
فَأَسْرِ
पस ले चलो
with your family
بِأَهْلِكَ
अपने घर वालों को
in a portion
بِقِطْعٍ
एक हिस्से में
of
مِّنَ
रात के
the night
ٱلَّيْلِ
रात के
and follow
وَٱتَّبِعْ
और चलते चलो
their backs
أَدْبَٰرَهُمْ
पीछे उनके
and not
وَلَا
और ना
let look back
يَلْتَفِتْ
पीछे मुड़कर देखे
among you
مِنكُمْ
तुम में से
anyone
أَحَدٌ
कोई एक भी
and go on
وَٱمْضُوا۟
और चलते जाओ
where
حَيْثُ
जहाँ का
you are ordered"
تُؤْمَرُونَ
तुम हुक्म दिए जाते हो
Faasri biahlika biqit'in mina allayli waittabi' adbarahum wala yaltafit minkum ahadun waimdoo haythu tumaroona (al-Ḥijr 15:65)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
अतएव अब तुम अपने घरवालों को लेकर रात्रि के किसी हिस्से में निकल जाओ, और स्वयं उन सबके पीछे-पीछे चलो। और तुममें से कोई भी पीछे मुड़कर न देखे। बस चले जाओ, जिधर का तुम्हे आदेश है।'
English Sahih:
So set out with your family during a portion of the night and follow behind them and let not anyone among you look back and continue on to where you are commanded." ([15] Al-Hijr : 65)