يَعْرِفُوْنَ نِعْمَتَ اللّٰهِ ثُمَّ يُنْكِرُوْنَهَا وَاَكْثَرُهُمُ الْكٰفِرُوْنَ ࣖ ( النحل: ٨٣ )
They recognize
يَعْرِفُونَ
वो पहुँचाते हैं
(the) Favor
نِعْمَتَ
नेअमत को
(of) Allah;
ٱللَّهِ
अल्लाह की
then
ثُمَّ
फिर
they deny it
يُنكِرُونَهَا
वो इन्कार करते हैं उसका
And most of them
وَأَكْثَرُهُمُ
और अकसर उनके
(are) the disbelievers
ٱلْكَٰفِرُونَ
नाशुक्रे हैं
Ya'rifoona ni'mata Allahi thumma yunkiroonaha waaktharuhumu alkafiroona (an-Naḥl 16:83)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वे अल्लाह की नेमत को पहचानते है, फिर उसका इनकार करते है और उनमें अधिकतर तो अकृतज्ञ है
English Sahih:
They recognize the favor of Allah; then they deny it. And most of them are disbelievers. ([16] An-Nahl : 83)