ثُمَّ لَنَحْنُ اَعْلَمُ بِالَّذِيْنَ هُمْ اَوْ لٰى بِهَا صِلِيًّا ( مريم: ٧٠ )
Then
ثُمَّ
फिर
surely We
لَنَحْنُ
अलबत्ता हम
know best
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानने वाले हैं
[of] those who
بِٱلَّذِينَ
उनको जो
[they]
هُمْ
वो
(are) most worthy
أَوْلَىٰ
ज़्यादा मुस्तहिक़ हैं
therein
بِهَا
उसमें
(of) being burnt
صِلِيًّا
झोंके जाने के
Thumma lanahnu a'lamu biallatheena hum awla biha siliyyan (Maryam 19:70)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
फिर हम उन्हें भली-भाँति जानते है जो उसमें झोंके जाने के सर्वाधिक योग्य है
English Sahih:
Then, surely it is We who are most knowing of those most worthy of burning therein. ([19] Maryam : 70)