Skip to main content

يَوْمَ نَحْشُرُ الْمُتَّقِيْنَ اِلَى الرَّحْمٰنِ وَفْدًا   ( مريم: ٨٥ )

(The) Day
يَوْمَ
जिस दिन
We will gather
نَحْشُرُ
हम इकट्ठा करेंगे
the righteous
ٱلْمُتَّقِينَ
मुत्तक़ी लोगों को
to
إِلَى
तरफ़ रहमान के
the Most Gracious
ٱلرَّحْمَٰنِ
तरफ़ रहमान के
(as) a delegation
وَفْدًا
मेहमान बनाकर

Yawma nahshuru almuttaqeena ila alrrahmani wafdan (Maryam 19:85)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

याद करो जिस दिन हम डर रखनेवालों के सम्मानित गिरोह के रूप में रहमान के पास इकट्ठा करेंगे।

English Sahih:

On the Day We will gather the righteous to the Most Merciful as a delegation ([19] Maryam : 85)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

कि जिस दिन परहेज़गारों को (खुदाए) रहमान के (अपने) सामने मेहमानों की तरह तरह जमा करेंगे