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ثُمَّ اَفِيْضُوْا مِنْ حَيْثُ اَفَاضَ النَّاسُ وَاسْتَغْفِرُوا اللّٰهَ ۗ اِنَّ اللّٰهَ غَفُوْرٌ رَّحِيْمٌ  ( البقرة: ١٩٩ )

Then
ثُمَّ
फिर
depart
أَفِيضُوا۟
पलटो तुम
from
مِنْ
जहाँ से
wherever
حَيْثُ
जहाँ से
depart
أَفَاضَ
पलटते हैं
the people
ٱلنَّاسُ
लोग
and ask forgiveness
وَٱسْتَغْفِرُوا۟
और बख़्शिश माँगो
(of) Allah
ٱللَّهَۚ
अल्लाह से
Indeed
إِنَّ
बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) Oft-Forgiving
غَفُورٌ
बहुत बख़्शने वाला है
All-Merciful
رَّحِيمٌ
निहायत रहम करने वाला है

Thumma afeedoo min haythu afada alnnasu waistaghfiroo Allaha inna Allaha ghafoorun raheemun (al-Baq̈arah 2:199)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

इसके पश्चात जहाँ से और सब लोग चलें, वहीं से तुम भी चलो, और अल्लाह से क्षमा की प्रार्थना करो। निस्संदेह अल्लाह अत्यन्त क्षमाशील, दयावान है

English Sahih:

Then depart from the place from where [all] the people depart and ask forgiveness of Allah. Indeed, Allah is Forgiving and Merciful. ([2] Al-Baqarah : 199)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर जहाँ से लोग चल खड़े हों वहीं से तुम भी चल खड़े हो और उससे मग़फिरत की दुआ माँगों बेशक ख़ुदा बड़ा बख्शने वाला मेहरबान है