يٰبَنِيْٓ اِسْرَاۤءِيْلَ قَدْ اَنْجَيْنٰكُمْ مِّنْ عَدُوِّكُمْ وَوٰعَدْنٰكُمْ جَانِبَ الطُّوْرِ الْاَيْمَنَ وَنَزَّلْنَا عَلَيْكُمُ الْمَنَّ وَالسَّلْوٰى ( طه: ٨٠ )
O Children of Israel!
يَٰبَنِىٓ
ऐ बनी इस्राईल
O Children of Israel!
إِسْرَٰٓءِيلَ
ऐ बनी इस्राईल
Verily
قَدْ
तहक़ीक़
We delivered you
أَنجَيْنَٰكُم
निजात दी हमने तुम्हें
from
مِّنْ
तुम्हारे दुश्मन से
your enemy
عَدُوِّكُمْ
तुम्हारे दुश्मन से
and We made a covenant with you
وَوَٰعَدْنَٰكُمْ
और वादा किया हमने तुमसे
on (the) side
جَانِبَ
तूर की दाईं जानिब का
(of) the Mount
ٱلطُّورِ
तूर की दाईं जानिब का
the right
ٱلْأَيْمَنَ
तूर की दाईं जानिब का
and We sent down
وَنَزَّلْنَا
और उतारा हमने
to you
عَلَيْكُمُ
तुम पर
the Manna
ٱلْمَنَّ
मन्न
and the quails
وَٱلسَّلْوَىٰ
और सलवा
Ya banee israeela qad anjaynakum min 'aduwwikum wawa'adnakum janiba alttoori alaymana wanazzalna 'alaykumu almanna waalssalwa (Ṭāʾ Hāʾ 20:80)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
ऐ ईसराईल की सन्तान! हमने तुम्हें तुम्हारे शत्रु से छुटकारा दिया और तुमसे तूर के दाहिने छोर का वादा किया और तुमपर मग्न और सलवा उतारा,
English Sahih:
O Children of Israel, We delivered you from your enemy, and We made an appointment with you at the right side of the mount, and We sent down to you manna and quails, ([20] Taha : 80)