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بَلْ تَأْتِيْهِمْ بَغْتَةً فَتَبْهَتُهُمْ فَلَا يَسْتَطِيْعُوْنَ رَدَّهَا وَلَا هُمْ يُنْظَرُوْنَ   ( الأنبياء: ٤٠ )

Nay
بَلْ
बल्कि
it will come to them
تَأْتِيهِم
वो आ जाएगी उनके पास
unexpectedly
بَغْتَةً
अचानक
and bewilder them
فَتَبْهَتُهُمْ
तो वो मबहूत/हैरान कर देगी उन्हें
then not
فَلَا
तो ना
they will be able
يَسْتَطِيعُونَ
वो इस्तिताअत रखते होंगे
to repel it
رَدَّهَا
उसको रद करने की
and not
وَلَا
और ना
they
هُمْ
वो
will be given respite
يُنظَرُونَ
वो मोहलत दिए जाऐंगे

Bal tateehim baghtatan fatabhatuhum fala yastatee'oona raddaha wala hum yuntharoona (al-ʾAnbiyāʾ 21:40)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

बल्कि वह अचानक उनपर आएगी और उन्हें स्तब्ध कर देगी। फिर न उसे वे फेर सकेंगे और न उन्हें मुहलत ही मिलेगी

English Sahih:

Rather, it will come to them unexpectedly and bewilder them, and they will not be able to repel it, nor will they be reprieved. ([21] Al-Anbya : 40)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(क़यामत कुछ जता कर तो आने से रही) बल्कि वह तो अचानक उन पर आ पड़ेगी और उन्हें हक्का बक्का कर देगी फिर उस वक्त उसमें न उसके हटाने की मजाल होगी और न उन्हें ही दी जाएगी