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وَهُدُوْٓا اِلَى الطَّيِّبِ مِنَ الْقَوْلِۚ وَهُدُوْٓا اِلٰى صِرَاطِ الْحَمِيْدِ   ( الحج: ٢٤ )

And they were guided
وَهُدُوٓا۟
और वो राह दिखाए गए
to
إِلَى
तरफ़ पाकीज़ा
the good
ٱلطَّيِّبِ
तरफ़ पाकीज़ा
of
مِنَ
बात के
the speech
ٱلْقَوْلِ
बात के
and they were guided
وَهُدُوٓا۟
और वो राह दिखाए गए
to
إِلَىٰ
तरफ़ रास्ते
(the) path
صِرَٰطِ
तरफ़ रास्ते
(of) the Praiseworthy
ٱلْحَمِيدِ
ख़ूब तारीफ़ वाले (रब) के

Wahudoo ila alttayyibi mina alqawli wahudoo ila sirati alhameedi (al-Ḥajj 22:24)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निर्देशित किया गया उन्हें अच्छे पाक बोल की ओर और उनको प्रशंसित अल्लाह का मार्ग दिखाया गया

English Sahih:

And they had been guided [in worldly life] to good speech, and they were guided to the path of the Praiseworthy. ([22] Al-Hajj : 24)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (ये इस वजह से कि दुनिया में) उन्हें अच्छी बात (कलमाए तौहीद) की हिदायत की गई और उन्हें सज़ावारे हम्द (खुदा) का रास्ता दिखाया गया