وَلَوْلَا فَضْلُ اللّٰهِ عَلَيْكُمْ وَرَحْمَتُهٗ وَاَنَّ اللّٰهَ تَوَّابٌ حَكِيْمٌ ࣖ ( النور: ١٠ )
And if not
وَلَوْلَا
और अगर ना होता
(for) the Grace of Allah
فَضْلُ
फ़ज़ल
(for) the Grace of Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह का
upon you
عَلَيْكُمْ
तुम पर
and His Mercy
وَرَحْمَتُهُۥ
और रहमत उसकी
and that
وَأَنَّ
और बेशक
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह
(is) Oft-Returning (to Mercy)
تَوَّابٌ
बहुत तौबा क़ुबूल करने वाला है
All-Wise
حَكِيمٌ
बहुत हिकमत वाला है
Walawla fadlu Allahi 'alaykum warahmatuhu waanna Allaha tawwabun hakeemun (an-Nūr 24:10)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
यदि तुम अल्लाह की उदार कृपा और उसकी दया न होती (तो तुम संकट में पड़े जाते), और यह कि अल्लाह बड़ा तौबा क़बूल करनेवाला,अत्यन्त तत्वदर्शी है
English Sahih:
And if not for the favor of Allah upon you and His mercy... and because Allah is Accepting of Repentance and Wise. ([24] An-Nur : 10)