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وَاَصْبَحَ فُؤَادُ اُمِّ مُوْسٰى فٰرِغًاۗ اِنْ كَادَتْ لَتُبْدِيْ بِهٖ لَوْلَآ اَنْ رَّبَطْنَا عَلٰى قَلْبِهَا لِتَكُوْنَ مِنَ الْمُؤْمِنِيْنَ   ( القصص: ١٠ )

And became
وَأَصْبَحَ
और हो गया
(the) heart
فُؤَادُ
दिल
(of the) mother
أُمِّ
मूसा की माँ का
(of) Musa
مُوسَىٰ
मूसा की माँ का
empty
فَٰرِغًاۖ
ख़ाली
That
إِن
बेशक
she was near
كَادَتْ
क़रीब था
(to) disclosing
لَتُبْدِى
कि वो ज़ाहिर कर देती
about him
بِهِۦ
उसे
if not
لَوْلَآ
अगर ना होता
that
أَن
ये कि
We strengthened
رَّبَطْنَا
मज़बूत कर दिया हमने
[over]
عَلَىٰ
उसके दिल को
her heart
قَلْبِهَا
उसके दिल को
so that she would be
لِتَكُونَ
ताकि वो हो
of
مِنَ
ईमान लाने वालों में से
the believers
ٱلْمُؤْمِنِينَ
ईमान लाने वालों में से

Waasbaha fuadu ommi moosa farighan in kadat latubdee bihi lawla an rabatna 'ala qalbiha litakoona mina almumineena (al-Q̈aṣaṣ 28:10)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और मूसा की माँ का हृदय विचलित हो गया। निकट था कि वह उसको प्रकट कर देती, यदि हम उसके दिल को इस ध्येय से न सँभालते कि वह मोमिनों में से हो

English Sahih:

And the heart of Moses' mother became empty [of all else]. She was about to disclose [the matter concerning] him had We not bound fast her heart that she would be of the believers. ([28] Al-Qasas : 10)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

इधर तो ये हो रहा था और (उधर) मूसा की माँ का दिल ऐसा बेचैन हो गया कि अगर हम उसके दिल को मज़बूत कर देते तो क़रीब था कि मूसा का हाल ज़ाहिर कर देती (और हमने इसीलिए ढारस दी) ताकि वह (हमारे वायदे का) यक़ीन रखे