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وَاِلٰى مَدْيَنَ اَخَاهُمْ شُعَيْبًاۙ فَقَالَ يٰقَوْمِ اعْبُدُوا اللّٰهَ وَارْجُوا الْيَوْمَ الْاٰخِرَ وَلَا تَعْثَوْا فِى الْاَرْضِ مُفْسِدِيْنَ ۖ  ( العنكبوت: ٣٦ )

And to
وَإِلَىٰ
और तरफ़
Madyan
مَدْيَنَ
मदयन के
their brother
أَخَاهُمْ
उनके भाई
Shuaib
شُعَيْبًا
शुऐब को(भेजा)
And he said
فَقَالَ
तो उसने कहा
"O my people!
يَٰقَوْمِ
ऐ मेरी क़ौम
Worship
ٱعْبُدُوا۟
इबादत करो
Allah
ٱللَّهَ
अल्लाह की
and expect
وَٱرْجُوا۟
और उम्मीद रखो
the Day
ٱلْيَوْمَ
आख़िरी दिन की
the Last
ٱلْءَاخِرَ
आख़िरी दिन की
and (do) not
وَلَا
और ना
commit evil
تَعْثَوْا۟
तुम फ़साद करो
in
فِى
ज़मीन में
the earth
ٱلْأَرْضِ
ज़मीन में
(as) corrupters"
مُفْسِدِينَ
मुफ़सिद बन कर

Waila madyana akhahum shu'ayban faqala ya qawmi o'budoo Allaha waorjoo alyawma alakhira wala ta'thaw fee alardi mufsideena (al-ʿAnkabūt 29:36)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

और मदयन की ओर उनके भाई शुऐब को भेजा। उसने कहा, 'ऐ मेरी क़ौम के लोगो, अल्लाह की बन्दगी करो। और अंतिम दिन की आशा रखो और धरती में बिगाड़ फैलाते मत फिरो।'

English Sahih:

And to Madyan [We sent] their brother Shuaib, and he said, "O my people, worship Allah and expect the Last Day and do not commit abuse on the earth, spreading corruption." ([29] Al-'Ankabut : 36)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और (हमने) मदियन के रहने वालों के पास उनके भाई शुएब को पैग़म्बर बनाकर भेजा उन्होंने (अपनी क़ौम से) कहा ऐ मेरी क़ौम ख़ुदा की इबादत करो और रोज़े आखेरत की उम्मीद रखो और रुए ज़मीन में फ़साद न फैलाते फिरो