وَالطَّيْرَمَحْشُوْرَةً ۗ كُلٌّ لَهٗٓ اَوَّابٌ ( ص: ١٩ )
And the birds
وَٱلطَّيْرَ
और परिन्दे
assembled
مَحْشُورَةًۖ
इकट्ठे किए हुए
all
كُلٌّ
सब के सब
with him
لَّهُۥٓ
उसके लिए
repeatedly turning
أَوَّابٌ
रुजूअ करने वाले थे
Waalttayra mahshooratan kullun lahu awwabun (Ṣād 38:19)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और पक्षियों को भी, जो एकत्र हो जाते थे। प्रत्येक उसके आगे रुजू रहता
English Sahih:
And the birds were assembled, all with him repeating [praises]. ([38] Sad : 19)