Skip to main content

قَالُوْا يٰمُوْسٰٓى اِنَّ فِيْهَا قَوْمًا جَبَّارِيْنَۖ وَاِنَّا لَنْ نَّدْخُلَهَا حَتّٰى يَخْرُجُوْا مِنْهَاۚ فَاِنْ يَّخْرُجُوْا مِنْهَا فَاِنَّا دٰخِلُوْنَ  ( المائدة: ٢٢ )

They said
قَالُوا۟
उन्होंने कहा
"O Musa!
يَٰمُوسَىٰٓ
ऐ मूसा
Indeed
إِنَّ
बेशक
in it
فِيهَا
उसमें
(are) people
قَوْمًا
एक क़ौम है
(of) tyrannical strength
جَبَّارِينَ
बड़े ज़बरदस्त लोगों की
and indeed we
وَإِنَّا
और बेशक हम
never
لَن
हरगिज़ ना
will enter it
نَّدْخُلَهَا
हम दाख़िल होंगे उसमें
until
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
they leave
يَخْرُجُوا۟
वो निकल जाऐं
from it
مِنْهَا
उससे
and if
فَإِن
फिर अगर
they leave
يَخْرُجُوا۟
वो निकल जाऐं
[from] it
مِنْهَا
उससे
then certainly we (will)
فَإِنَّا
तो बेशक हम
enter (it)"
دَٰخِلُونَ
दाख़िल होने वाले हैं

Qaloo ya moosa inna feeha qawman jabbareena wainna lan nadkhulaha hatta yakhrujoo minha fain yakhrujoo minha fainna dakhiloona (al-Māʾidah 5:22)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उन्होंने कहा, 'ऐ मूसा! उसमें तो बड़े शक्तिशाली लोग रहते है। हम तो वहाँ कदापि नहीं जा सकते, जब तक कि वे वहाँ से निकल नहीं जाते। हाँ, यदि वे वहाँ से निकल जाएँ, तो हम अवश्य प्रविष्ट हो जाएँगे।'

English Sahih:

They said, "O Moses, indeed within it is a people of tyrannical strength, and indeed, we will never enter it until they leave it; but if they leave it, then we will enter." ([5] Al-Ma'idah : 22)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

वह लोग कहने लगे कि ऐ मूसा इस मुल्क में तो बड़े ज़बरदस्त (सरकश) लोग रहते हैं और जब तक वह लोग इसमें से निकल न जाएं हम तो उसमें कभी पॉव भी न रखेंगे हॉ अगर वह लोग ख़ुद इसमें से निकल जाएं तो अलबत्ता हम ज़रूर जाएंगे