مَا تَذَرُ مِنْ شَيْءٍ اَتَتْ عَلَيْهِ اِلَّا جَعَلَتْهُ كَالرَّمِيْمِۗ ( الذاريات: ٤٢ )
Not
مَا
ना
it left
تَذَرُ
उसने छोड़ा
any
مِن
किसी चीज़ को
thing
شَىْءٍ
किसी चीज़ को
it came
أَتَتْ
वो आई
upon it
عَلَيْهِ
जिस पर
but
إِلَّا
मगर
it made it
جَعَلَتْهُ
उसने कर दिया उसे
like disintegrated ruins
كَٱلرَّمِيمِ
बोसीदा हड्डी की तरह
Ma tatharu min shayin atat 'alayhi illa ja'alathu kaalrrameemi (aḏ-Ḏāriyāt 51:42)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
वह जिस चीज़ पर से गुज़री उसे उसने जीर्ण-शीर्ण करके रख दिया
English Sahih:
It left nothing of what it came upon but that it made it like disintegrated ruins. ([51] Adh-Dhariyat : 42)