وَمَا لَهُمْ بِهٖ مِنْ عِلْمٍۗ اِنْ يَّتَّبِعُوْنَ اِلَّا الظَّنَّ وَاِنَّ الظَّنَّ لَا يُغْنِيْ مِنَ الْحَقِّ شَيْـًٔاۚ ( النجم: ٢٨ )
And not
وَمَا
और नहीं
for them
لَهُم
उन्हें
about it
بِهِۦ
उसका
any
مِنْ
कोई इल्म
knowledge
عِلْمٍۖ
कोई इल्म
Not
إِن
नहीं
they follow
يَتَّبِعُونَ
वो पैरवी करते
but
إِلَّا
मगर
assumption
ٱلظَّنَّۖ
गुमान की
And indeed
وَإِنَّ
और बेशक
the assumption
ٱلظَّنَّ
गुमान
(does) not
لَا
नहीं वो काम आता
avail
يُغْنِى
नहीं वो काम आता
against
مِنَ
हक़ के (मुक़ाबले पर)
the truth
ٱلْحَقِّ
हक़ के (मुक़ाबले पर)
anything
شَيْـًٔا
कुछ भी
Wama lahum bihi min 'ilmin in yattabi'oona illa alththanna wainna alththanna la yughnee mina alhaqqi shayan (an-Najm 53:28)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
हालाँकि इस विषय में उन्हें कोई ज्ञान नहीं। वे केवल अटकल के पीछे चलते है, हालाँकि सत्य से जो लाभ पहुँचता है वह अटकल से कदापि नहीं पहुँच सकता।
English Sahih:
And they have thereof no knowledge. They follow not except assumption, and indeed, assumption avails not against the truth at all. ([53] An-Najm : 28)