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اِنَّ رَبَّكَ هُوَ اَعْلَمُ مَنْ يَّضِلُّ عَنْ سَبِيْلِهٖۚ وَهُوَ اَعْلَمُ بِالْمُهْتَدِيْنَ   ( الأنعام: ١١٧ )

Indeed
إِنَّ
बेशक
your Lord
رَبَّكَ
रब आपका
He
هُوَ
वो
knows best
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानता है
who
مَن
कौन भटका हुआ है
strays
يَضِلُّ
कौन भटका हुआ है
from
عَن
उसके रास्ते से
His way
سَبِيلِهِۦۖ
उसके रास्ते से
and He
وَهُوَ
और वो
(is) most knowing
أَعْلَمُ
ज़्यादा जानता है
of the guided-ones
بِٱلْمُهْتَدِينَ
हिदायत पाने वालों को

Inna rabbaka huwa a'lamu man yadillu 'an sabeelihi wahuwa a'lamu bialmuhtadeena (al-ʾAnʿām 6:117)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

निस्संदेह तुम्हारा रब उसे भली-भाँति जानता है, जो उसके मार्ग से भटकता और वह उन्हें भी जानता है, जो सीधे मार्ग पर है

English Sahih:

Indeed, your Lord is most knowing of who strays from His way, and He is most knowing of the [rightly] guided. ([6] Al-An'am : 117)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(तो तुम क्या जानों) जो लोग उसकी राह से बहके हुए हैं उनको (कुछ) ख़ुदा ही ख़ूब जानता है और वह तो हिदायत याफ्ता लोगों से भी ख़ूब वाक़िफ है