وَاِنْ يَّمْسَسْكَ اللّٰهُ بِضُرٍّ فَلَا كَاشِفَ لَهٗٓ اِلَّا هُوَ ۗوَاِنْ يَّمْسَسْكَ بِخَيْرٍ فَهُوَ عَلٰى كُلِّ شَيْءٍ قَدِيْرٌ ( الأنعام: ١٧ )
And if
وَإِن
और अगर
touches you
يَمْسَسْكَ
पहुँचाए आपको
Allah
ٱللَّهُ
अल्लाह
with affliction
بِضُرٍّ
कोई नुक़सान
then no
فَلَا
तो नहीं
remover
كَاشِفَ
कोई दूर करने वाला
of it
لَهُۥٓ
उसे
except
إِلَّا
मगर
Him
هُوَۖ
वो ही
And if
وَإِن
और अगर
He touches you
يَمْسَسْكَ
वो पहुँचाए आपको
with good
بِخَيْرٍ
कोई भलाई
then He
فَهُوَ
तो वो
(is) on
عَلَىٰ
ऊपर
every
كُلِّ
हर
thing
شَىْءٍ
चीज़ के
All-Powerful
قَدِيرٌ
ख़ूब क़ुदरत रखने वाला है
Wain yamsaska Allahu bidurrin fala kashifa lahu illa huwa wain yamsaska bikhayrin fahuwa 'ala kulli shayin qadeerun (al-ʾAnʿām 6:17)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
और यदि अल्लाह तुम्हें कोई कष्ट पहुँचाए तो उसके अतिरिक्त उसे कोई दूर करनेवाला नहीं है और यदि वह तुम्हें कोई भलाई पहुँचाए तो उसे हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है
English Sahih:
And if Allah should touch you with adversity, there is no remover of it except Him. And if He touches you with good – then He is over all things competent. ([6] Al-An'am : 17)