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اُنْظُرْ كَيْفَ كَذَبُوْا عَلٰٓى اَنْفُسِهِمْ وَضَلَّ عَنْهُمْ مَّا كَانُوْا يَفْتَرُوْنَ   ( الأنعام: ٢٤ )

Look
ٱنظُرْ
देखिए
how
كَيْفَ
किस तरह
they lied
كَذَبُوا۟
उन्होंने झूठ बोला
against
عَلَىٰٓ
अपने नफ़्सों पर
themselves
أَنفُسِهِمْۚ
अपने नफ़्सों पर
And lost
وَضَلَّ
और गुम हो गए
from them
عَنْهُم
उनसे
what
مَّا
जो
they used to
كَانُوا۟
थे वो
invent
يَفْتَرُونَ
वो गढ़ते

Onthur kayfa kathaboo 'ala anfusihim wadalla 'anhum ma kanoo yaftaroona (al-ʾAnʿām 6:24)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

देखो, कैसा वे अपने विषय में झूठ बोले। और वह गुम होकर रह गया जो वे घड़ा करते थे

English Sahih:

See how they will lie about themselves. And lost from them will be what they used to invent. ([6] Al-An'am : 24)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

(ऐ रसूल भला) देखो तो ये लोग अपने ही ऊपर आप किस तरह झूठ बोलने लगे और ये लोग (दुनिया में) जो कुछ इफ़तेरा परदाज़ी (झूठी बातें) करते थे