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ذٰلِكَ فَضْلُ اللّٰهِ يُؤْتِيْهِ مَنْ يَّشَاۤءُۗ وَاللّٰهُ ذُو الْفَضْلِ الْعَظِيْمِ  ( الجمعة: ٤ )

That
ذَٰلِكَ
ये
(is the) Bounty
فَضْلُ
फ़ज़ल है
(of) Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह का
He gives it
يُؤْتِيهِ
वो देता है उसको
(to) whom
مَن
जिसे
He wills
يَشَآءُۚ
वो चाहता है
And Allah
وَٱللَّهُ
और अल्लाह
(is the) Possessor
ذُو
फ़ज़ल वाला है
(of) Bounty
ٱلْفَضْلِ
फ़ज़ल वाला है
the Great
ٱلْعَظِيمِ
बहुत बड़े

Thalika fadlu Allahi yuteehi man yashao waAllahu thoo alfadli al'atheemi (al-Jumuʿah 62:4)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

यह अल्लाह का उदार अनुग्रह है, जिसको चाहता है उसे प्रदान करता है। अल्लाह बड़े अनुग्रह का मालिक है

English Sahih:

That is the bounty of Allah, which He gives to whom He wills, and Allah is the possessor of great bounty. ([62] Al-Jumu'ah : 4)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ख़ुदा का फज़ल है जिसको चाहता है अता फरमाता है और ख़ुदा तो बड़े फज़ल (व करम) का मालिक है