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وَضَرَبَ
और बयान की
ٱللَّهُ
अल्लाह ने
مَثَلًا
एक मिसाल
لِّلَّذِينَ
उनके लिए जो
ءَامَنُوا۟
ईमान लाए
ٱمْرَأَتَ
फ़िरऔन की बीवी की
فِرْعَوْنَ
फ़िरऔन की बीवी की
إِذْ
जब
قَالَتْ
उसने कहा
رَبِّ
ऐ मेरे रब
ٱبْنِ
बना
لِى
मेरे लिए
عِندَكَ
अपने पास
بَيْتًا
एक घर
فِى
जन्नत में
ٱلْجَنَّةِ
जन्नत में
وَنَجِّنِى
और निजात दे मुझे
مِن
फ़िरऔन से
فِرْعَوْنَ
फ़िरऔन से
وَعَمَلِهِۦ
और उसके अमल से
وَنَجِّنِى
और निजात दे मुझे
مِنَ
उन लोगों से
ٱلْقَوْمِ
उन लोगों से
ٱلظَّٰلِمِينَ
जो ज़ालिम हैं

Wadaraba Allahu mathalan lillatheena amanoo imraata fir'awna ith qalat rabbi ibni lee 'indaka baytan fee aljannati wanajjinee min fir'awna wa'amalihi wanajjinee mina alqawmi alththalimeena

और ईमान लानेवालों के लिए अल्लाह ने फ़िरऔन की स्त्री की मिसाल पेश की है, जबकि उसने कहा, 'ऐ मेरे रब! तू मेरे लिए अपने पास जन्नत में एक घर बना और मुझे फ़िरऔन और उसके कर्म से छुटकारा दे, और छुटकारा दे मुझे ज़ालिम लोगों से।'

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَرْيَمَ
और मरियम
ٱبْنَتَ
बेटी
عِمْرَٰنَ
इमरान की
ٱلَّتِىٓ
वो जिसने
أَحْصَنَتْ
महफ़ूज़ रखा
فَرْجَهَا
अपनी शर्मगाह को
فَنَفَخْنَا
तो फ़ूँक दिया हमने
فِيهِ
उसमें
مِن
अपनी रूह से
رُّوحِنَا
अपनी रूह से
وَصَدَّقَتْ
और उसने तस्दीक़ की
بِكَلِمَٰتِ
कलमात की
رَبِّهَا
अपने रब के
وَكُتُبِهِۦ
और उसकी किताबों की
وَكَانَتْ
और थी वो
مِنَ
फ़रमाबरदारों में से
ٱلْقَٰنِتِينَ
फ़रमाबरदारों में से

Wamaryama ibnata 'imrana allatee ahsanat farjaha fanafakhna feehi min roohina wasaddaqat bikalimati rabbiha wakutubihi wakanat mina alqaniteena

और इमरान की बेटी मरयम की मिसाल पेश ही है जिसने अपने सतीत्व की रक्षा की थी, फिर हमने उस स्त्री के भीतर अपनी रूह फूँक दी और उसने अपने रब के बोलों और उसकी किताबों की पुष्टि की और वह भक्ति-प्रवृत्त आज्ञाकारियों में से थी

Tafseer (तफ़सीर )