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فَاعْتَرَفُوْا بِذَنْۢبِهِمْۚ فَسُحْقًا لِّاَصْحٰبِ السَّعِيْرِ   ( الملك: ١١ )

Then they (will) confess
فَٱعْتَرَفُوا۟
तो वो ऐतराफ़ करेंगे
their sins
بِذَنۢبِهِمْ
अपने गुनाह का
so away with
فَسُحْقًا
तो दूरी(लानत) है
(the) companions
لِّأَصْحَٰبِ
साथियों को लिए
(of) the Blaze
ٱلسَّعِيرِ
भड़कती आग के

Fai'tarafoo bithanbihim fasuhqan liashabi alssa'eeri (al-Mulk 67:11)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

इस प्रकार वे अपने गुनाहों को स्वीकार करेंगे, तो धिक्कार हो दहकती आगवालों पर!

English Sahih:

And they will admit their sin, so [it is] alienation for the companions of the Blaze. ([67] Al-Mulk : 11)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

ग़रज़ वह अपने गुनाह का इक़रार कर लेंगे तो दोज़ख़ियों को ख़ुदा की रहमत से दूरी है