اِنِّيْ ظَنَنْتُ اَنِّيْ مُلٰقٍ حِسَابِيَهْۚ ( الحاقة: ٢٠ )
Indeed I
إِنِّى
बेशक मैं
was certain
ظَنَنتُ
यक़ीन रखता था मैं
that I
أَنِّى
कि बेशक मैं
(will) meet
مُلَٰقٍ
मुलाक़ात करने वाला हूँ
my account"
حِسَابِيَهْ
अपने हिसाब से
Innee thanantu annee mulaqin hisabiyah (al-Ḥāq̈q̈ah 69:20)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
'मैं तो समझता ही था कि मुझे अपना हिसाब मिलनेवाला है।'
English Sahih:
Indeed, I was certain that I would be meeting my account." ([69] Al-Haqqah : 20)