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فَلَمَّا كَشَفْنَا عَنْهُمُ الرِّجْزَ اِلٰٓى اَجَلٍ هُمْ بَالِغُوْهُ اِذَا هُمْ يَنْكُثُوْنَ  ( الأعراف: ١٣٥ )

But when
فَلَمَّا
फिर जब
We removed
كَشَفْنَا
हटा देते हम
from them
عَنْهُمُ
उनसे
the punishment
ٱلرِّجْزَ
अज़ाब को
till
إِلَىٰٓ
एक वक़्त तक
a (fixed) term
أَجَلٍ
एक वक़्त तक
(which) they
هُم
वो
were to reach [it]
بَٰلِغُوهُ
पहुँचने वाले थे जिसे
then
إِذَا
यकायक
they
هُمْ
वो
broke (the word)
يَنكُثُونَ
वो अहद तोड़ डालते

Falamma kashafna 'anhumu alrrijza ila ajalin hum balighoohu itha hum yankuthoona (al-ʾAʿrāf 7:135)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

किन्तु जब हम उनपर से यातना को एक नियत समय के लिए जिस तक वे पहुँचनेवाले ही थे, हटा लेते तो क्या देखते कि वे वचन-भंग करने लग गए

English Sahih:

But when We removed the punishment from them until a term which they were to reach, then at once they broke their word. ([7] Al-A'raf : 135)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

फिर जब हम उनसे उस वक्त क़े वास्ते जिस तक वह ज़रूर पहुँचते अज़ाब को हटा लेते तो फिर फौरन बद अहदी करने लगते