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فَذَرْهُمْ يَخُوْضُوْا وَيَلْعَبُوْا حَتّٰى يُلٰقُوْا يَوْمَهُمُ الَّذِيْ يُوْعَدُوْنَۙ  ( المعارج: ٤٢ )

So leave them
فَذَرْهُمْ
तो छोड़ दीजिए उन्हें
(to) converse vainly
يَخُوضُوا۟
वो बहस मुबाहिसा करें
and amuse themselves
وَيَلْعَبُوا۟
और वो खेलते रहें
until
حَتَّىٰ
यहाँ तक कि
they meet
يُلَٰقُوا۟
वो जा मिलें
their Day
يَوْمَهُمُ
अपने उस दिन से
which
ٱلَّذِى
वो जो
they are promised
يُوعَدُونَ
वो वादा किए जाते हैं

Fatharhum yakhoodoo wayal'aboo hatta yulaqoo yawmahumu allathee yoo'adoona (al-Maʿārij 70:42)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

अतः उन्हें छोड़ो कि वे व्यर्थ बातों में पड़े रहें और खेलते रहे, यहाँ तक कि वे अपने उस दिन से मिलें, जिसका उनसे वादा किया जा रहा है,

English Sahih:

So leave them to converse vainly and amuse themselves until they meet their Day which they are promised – ([70] Al-Ma'arij : 42)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

तो तुम उनको छोड़ दो कि बातिल में पड़े खेलते रहें यहाँ तक कि जिस दिन का उनसे वायदा किया जाता है उनके सामने आ मौजूद हो