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وَّاَنَّهٗ كَانَ يَقُوْلُ سَفِيْهُنَا عَلَى اللّٰهِ شَطَطًاۖ  ( الجن: ٤ )

And that he
وَأَنَّهُۥ
और ये कि
used
كَانَ
थे
(to) speak -
يَقُولُ
कहा करते
the foolish among us
سَفِيهُنَا
बेवक़ूफ़ हमारे
against
عَلَى
अल्लाह पर
Allah
ٱللَّهِ
अल्लाह पर
an excessive transgression
شَطَطًا
ज़्यादती की बातें

Waannahu kana yaqoolu safeehuna 'ala Allahi shatatan (al-Jinn 72:4)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

'और यह कि हममें का मूर्ख व्यक्ति अल्लाह के विषय में सत्य से बिल्कुल हटी हुई बातें कहता रहा है

English Sahih:

And that our foolish one [i.e., Iblees] has been saying about Allah an excessive transgression. ([72] Al-Jinn : 4)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

और ये कि हममें से बाज़ बेवकूफ ख़ुदा के बारे में हद से ज्यादा लग़ो बातें निकाला करते थे