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لِكُلِّ امْرِئٍ مِّنْهُمْ يَوْمَىِٕذٍ شَأْنٌ يُّغْنِيْهِۗ  ( عبس: ٣٧ )

For every
لِكُلِّ
वास्ते हर
man
ٱمْرِئٍ
शख़्स के
among them
مِّنْهُمْ
उनमें से
that Day
يَوْمَئِذٍ
उस दिन
(will be) a matter
شَأْنٌ
ऐसी हालत होगी
occupying him
يُغْنِيهِ
जो बेपरवा कर देगी उसे

Likulli imriin minhum yawmaithin shanun yughneehi (ʿAbasa 80:37)

Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:

उनमें से प्रत्येक व्यक्ति को उस दिन ऐसी पड़ी होगी जो उसे दूसरों से बेपरवाह कर देगी

English Sahih:

For every man, that Day, will be a matter adequate for him. ([80] 'Abasa : 37)

1 Suhel Farooq Khan/Saifur Rahman Nadwi

उस दिन हर शख़्श (अपनी नजात की) ऐसी फ़िक्र में होगा जो उसके (मशग़ूल होने के) लिए काफ़ी हों