فَلَمَّآ اٰتٰىهُمْ مِّنْ فَضْلِهٖ بَخِلُوْا بِهٖ وَتَوَلَّوْا وَّهُمْ مُّعْرِضُوْنَ ( التوبة: ٧٦ )
But when
فَلَمَّآ
फिर जब
He gave them
ءَاتَىٰهُم
उसने दिया उन्हें
of
مِّن
अपने फ़ज़ल से
His Bounty
فَضْلِهِۦ
अपने फ़ज़ल से
they became stingy
بَخِلُوا۟
वो बुख़्ल करने लगे
with it
بِهِۦ
साथ उसके
and turned away
وَتَوَلَّوا۟
और वो मुँह मोड़ गए
while they
وَّهُم
इस हाल में कि वो
(were) averse
مُّعْرِضُونَ
ऐराज़ करने वाले थे
Falamma atahum min fadlihi bakhiloo bihi watawallaw wahum mu'ridoona (at-Tawbah 9:76)
Muhammad Faruq Khan Sultanpuri & Muhammad Ahmed:
किन्तु जब अल्लाह ने उन्हें अपने अनुग्रह से दिया तो वे उसमें कंजूसी करने लगे और पहलू बचाकर फिर गए
English Sahih:
But when He gave them from His bounty, they were stingy with it and turned away while they refused. ([9] At-Tawbah : 76)